क्या अगले वर्ष मुझे फिर NEET/JEE देना है ?

अब हमारे अधिकांश बच्चे 12वीं के बाद की दे चुके परीक्षाएं दे चुके हैं। जो लोग भी विज्ञान संकाय किए हैं उन्होंने मेडिकल और या फिर नॉन मेडिकल की परीक्षाएं दी होंगी। जो बच्चे अब अपने नए मेडिकल कॉलेज  मे प्रवेश के कगार पर है, उन्हे  बहुत-बहुत शुभकामनाएं, एक बहुत अच्छे चिकित्सक के रूप में पढ़कर बाहर आए, जिससे आपकी उन्नति हो आपके हाथों से ही रोग का निवारण हो । चिकित्सा क्षेत्र के विद्यार्थियों, आप यह समझ लीजिए आप आने वाले समय में इस समाज में बहुत ही सकारात्मक योगदान देने वाले हैं । ईश्वर आप में क्षमता दे, अपनी शिक्षा बेहतर प्रकार से पूरी करें और उस शिक्षा के उपरांत उच्चतर शिक्षा प्राप्त करे अथवा आप समाज की सेवा करे, अधिक धन एवं यश कमाए। एक चिकित्सक के स्वरूप मे ढलते हुए यह याद रखे कि आपकी तरफ समाज बहुत अपेक्षा से देख रहा है । वैसे भी हमारे देश में यूएनओ से दिये गए मानक से आधे चिकित्सक है, तो आपकी ज़िम्मेवारी और भी बढ़ जाती है ।   आप लोगों को लगभग भगवान का स्थान दिया जात है । समय के साथ बहुत बदलाव आए हैं परंतु आज भी श्रेष्ठ चिकित्सक की पहचान एक समाज से ऊपर ही होती है ।  

अब वह विद्यार्थी जो मेडिकल क्षेत्र के होते हुए भी, अपनी शिक्षा को एमबीबीएस या किसी अन्य संस्थान में जाने लायक नहीं बना सके, उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं। ऐसी ही जेईई में अच्छे अंक प्राप्त करके किसी ना किसी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश लेने वाले हैं, उन्हें भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आप बेहतर से बेहतर शिक्षा प्राप्त करें, और लगभग 4 वर्षों के बाद या तो उच्च शिक्षा के लिए जाएं, और या फिर देश और समाज की सेवा करें। इस युवा देश को आप कैसे भारतीयों पर गर्व है, और आगे देश का उत्तरदायित्व आप लोगों के कंधों पर है। ध्यान रहे आप एक इंजीनीयर ही नहीं  अपितु देश और समाज की एक महत्वपूर्ण इकाई के रूप में जाने जाएंगे । 

परंतु वह विद्यार्थी जो किसी कारण से जेईई या नीट में भी अच्छे अंक प्राप्त कर नहीं सके, उनसे कुछ बात करना चाहता हूं, । उन दोनों प्रकार के विद्यार्थियों के लिए आत्मवलोकन का समय आ गया है। आप यह समझे कि यदि वांछित सफलता नहीं आई तो क्या कारण हैं ? हो सकता है आप नए नए प्रकार के परीक्षा के तरीकों पर या कुछ और महत्वपूर्ण व्यक्तिगत कारण से सफलता नहीं प्राप्त कर पाये ।  अब आपके लिए कुछ विचार करने का प्रश्न है । 

आप लोगों में से बहुत से विद्यार्थी इस पशोपेश मैं होंगे अब क्या किया जाए? आपके पास पहला विकल्प तो है कि आप किसी अन्य संस्थान में प्रवेश लेकर आगे शिक्षा ग्रहण करें। दूसरा विकल्प यह है कि आप, फिर से एक नए सिरे से मेहनत करके और अगले वर्ष परीक्षाओं को दोबारा दीजिये । इसके अतिरिक्त कुछ लोग शिक्षा से सन्यास भी ले सकते हैं ।

अब आगे की बातें उन विद्यार्थियों के लिए हैं जो असमंजस में है कि क्या उन्हे एक वर्ष बाद दोबारा यह परीक्षा देनी है ? एक वर्ष दूसरे शब्दों में ड्रॉप किया जाए या ना इसका निर्णय स्वयं ही लेना है, परंतु मैं कुछ बातें बताना चाहता हूं, जिसको आप अपने अंतिम निर्णय से पहले अवश्य विचार करें। यदि इस परीक्षा में, वर्ष आप के अंक निर्धारित अथवा वांछित वंचित अंको से लगभग 20% से कम अंतर पर हैं, और उसी क्षेत्र में शिक्षा के लिए आपके मन में उत्कंठा है, तो आपको एक बार दोबारा तैयारी से बैठना चाहिए 1 वर्ष के अंतराल के बाद। परंतु यह आवश्य है आपकी उस क्षेत्र में तीव्र उत्कंठा और इच्छा है। यदि आप परीक्षा अगले वर्ष या इस वर्ष इसलिए दिये हैं  कि क्योंकि आपने PCM या PCB लिया था कक्षा 12 मे तो इसलिए यह परीक्षा देनी है तो आप निश्चय से भ्रम में है और आप को विचार करना है कि आपके लिए कौन सा क्षेत्र बेहतर है । शायद आप किसी दूसरे क्षेत्र में बेहतर काम कर पाएंगे ।

यदि आप के अंक निर्धारित अंको से 20 से 25% से अधिक नीचे हैं और अथवा आपकी चित्र में अभी रुचि नहीं है, तो आप किसी दूसरे क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण करें जिसमें अभिरुचि हो।  हमारे देश में यह विडंबना है, कक्षा दसवीं यदि आप के अंक अच्छे आ गए हैं तो आप विज्ञान ले ले। उसमें से आपके पास दो विकल्प है मेडिकल में जाना या इंजीनियरिंग में जाना। अब अधिकांश बच्चे जिन की अभिरुचि नहीं भी हो इसलिए भी परीक्षाएं देते हैं क्योंकि उन्होंने 12 में विज्ञान संकाय लिया हुआ है। अब आप यह समझे कि लगभग 12 लाख विध्यार्थी  एमबीबीएस की प्रवेश परीक्षा जिसे NEET कहते हैं देते हैं , और उनमें से सभी प्रकार की चिकित्सा संस्थानों में अधिकतम 1 लाख बच्चों को मिलता है। अब बाकी के 11 लाख किसी अन्य क्षेत्र की तरफ चले जाते हैं, ऐसे भी होते हैं जो बार-बार तैयारी करते हैं, तो आप समझे कि यदि आपमें उस क्षेत्र, जैसे चिकित्सा में तीव्र उत्कंठा नहीं है तो आपको वहाँ नहीं जाना चाहिए ।   यदि अंक नहीं अच्छे आए, तो यह जीवन की समाप्ति नहीं है। ईश्वर ने आपके लिए और रास्ते रखें, जीवन में हर कदम पर आपके लिए नई नई चुनौतियां, आशाएं आती रहेंगी। जैसे ही आपको कोई भी अच्छी अपने लिए अवसर मिले आप उसे पूर्ण रूप से प्रयोग करें और जीवन में आगे पढ़ें।

अब मैं विशेष तौर से उन विद्यार्थियों से, बात करता हूं जो करने के लिए विषय में सोच रहे हैं। यदि आप कुछ अंको से ही निर्धारित सिलेक्शन की अंको से पीछे रह गए हैं, आप में तीव्र इच्छा है, तो आप अवश्य ड्रॉप करें जो विद्यार्थी किन्ही दो चार प्रश्नों के तो कैसे ठीक होने के कारण आज प्रवेश पा रहे हैं,  यकीन मानिए उनसे बेहतर आप अवश्य होंगे, क्योंकि जब आप जाएंगे अगले वर्ष तो आप की नींव अवश्य पक्की होगी। यदि आप की नींव पक्की होगी तो भविष्य में आप अच्छे इंजीनियर, और अच्छे डॉक्टर ही बनेंगे । मेरी व्यक्तिगत मान्यता से कोई भी ऐसा विद्यार्थी, जो भाग्यवश  किसी कॉलेज में एडमिशन प्राप्त कर गया परंतु उसको विषयों का पूर्व ज्ञान नहीं है, ऐसो को प्रवेश मिलना ही नहीं चाहिए, क्योंकि वहां जाने के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करते हुए भी अपने आप हतोत्साहित महसूस करेंगे।

इन्हीं मे से जो लोग, ऐसा समझते है कि किसी अन्य कॉलेज में प्रवेश ले लेते हैं, और फिर धीरे धीरे आप अगले वर्ष की  परीक्षा की तयारी करेंगे । यह भी तो कोई अच्छा विकल्प नहीं है । पहले आप अपने आप से पूछे कि आप कोई और संस्थान में जा कर अपने समय को बांटना क्यों चाहते है ? शायद आपका उत्तर होगा कि यदि अगले वर्ष नहीं हुआ तो क्या करेंगे ? इस प्रश्न का उत्तर आपके पास ही है, यदि आप में इतना आत्मविश्वास नहीं है तो आपको इस प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहिए । आप एक वर्ष के लिए ड्रॉप तभी लें यदि आप आश्वस्त है कि आप वांछित परिणाम प्राप्त कर लेंगे । दूसरे यदि आप किसी भी अन्य विध्यालय में जाते हैं तो तो उस विध्यालय के लिए भी आपको शिक्षा लेनी तो होगी, इससे आप किसी भी पाठ्यक्रम से न्याय नहीं कर पाएंगे । इसलिए मन पक्का करें और एक निर्णय लीजिये ।

धन्यवाद ।        

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *