करोना पर कुछ चिर परिचित प्रश्न शायद आपके मानस पटल पर भी हों, आइये इसकी उत्पत्ति को समझें

आइये कुछ प्रश्न जो कोरोना के संबन्धित है, जो शायद आपे मन मे भी उठे हों ।

कहा जाता है कि यह चीन के वुहान नामक शहर से पूरी दुनिया में फैला है । अब फैला या जान बूझ कर फैलाया गया, उसके ऊपर विचार से पहले कुछ बातों को समझ लेते हैं ।
यह वुहान शहर हूबेइ नामक प्रान्त का सबसे महत्वपूर्ण शहर है । इस प्रान्त की जनसंख्या 5.85 करोड़ है जबकि वुहान शहर की जनसंख्या 1.20 करोड़ है । इस वुहान शहर मे नौकरियों और व्यापार के लिए बाहर से 20 लाख लोग आए हुए हैं। इसलिए जब यह महामारी फैली या फैलाई गयी उस समय वुहान शहर में 1.40 करोड़ लोग थे । अब इस प्रान्त मे 17 नवंबर में पहला कोविड का रोगी पाया गया । लगभग 31 दिसंबर तक यह मान लिया गया था कि एक नया वाइरस आया है । और 1 दिसंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन को यह बता दिया गया । 14 जनवरी को वुहान के हवाई अड्डे पर आने और जाने वालों का तापमान देखा जाने लगा और 23 जनवरी को प्रशासन ने चीनी नए वर्ष के अवकाश को 31 जनवरी से 2 फरवरी तक बढ़ा दिया गया । लगभग उसी समय इन शहरों में lockdown शुरू हो गया ।

इसी समय वुहान शहर और हूबेइ प्रान्त में क्वारन्टीन का खेल शुरू हुआ । अब ध्यान देने योग्य बात है कि विकिपीडिया के अनुसार 50 लाख लोग इस प्रान्त से बाहर चले गए और वुहान में मात्र 90 लाख लोग बचे । अब आनन फानन में कुछ अस्पताल बनाए गए और 16 फरवरी तक 217 चिकित्सक दल जिसमे 26,533 स्वास्थ्य कर्मचारी थे, पूरे चीन से इस प्रान्त और विशेषकर वुहान शहर में अपनी सेवाएँ देने आ गए । प्रश्न यह है कि 14 जनवरी तक लोग सामान्य रूप से चल फिर रहे थे और उस समय के (संक्रमित) लोग लगभग 35% यानि 50 लाख दूसरे शहरों में चले गए , तो उन्होने यह संक्रामण नहीं फैलाया । यह संक्रामण मात्र वुहान या हूबेइ तक सीमित रहा । इसके अतिरिक्त पूरे दिसंबर से 14 जनवरी तक पूरे देश विदेश में चीनी यात्री चल फिर रहे हैं परंतु उन्होने पूरे चीन में संक्रामण नहीं फैलाया । जब यह बात उठी, कि शंघाई और बीजिंग शहरों में संक्रामण कैसी नहीं आया । तब यह बताया गया कि कुछ रोगी यहा भी पाये गए हैं । आज की तारीख तक चीन की राजधानी में संक्रमित लोगों का आंकड़ा 200 से कम है ।
अब यहीं पर एक बात आई कि यह संक्रमण किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ होने पर फ़ैल सकता है । तभी से एक नया शब्द सामाजिक दूरी आया । अब आपकी जानकारी के लिए जब 23 जनवरी को वुहान मे जब लोग आवश्यकता का समान लेने निकले तब उस समय की वहाँ की तस्वीर मे कहीं पर भी सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया गया । तो न तो सामाजिक दूरी का पालन किया, लोगों का आना जाना चलता रहा फिर भी पता नहीं कैसा संक्रमण है कि वुहान  से बाहर चीन क लिए नहीं निकला परंतु वहाँ से अमेरिका, अफ्रीका और भारत तक फ़ैल गया ।
एक बात और देखिये कि जहां 22 जनवरी को चीन में कुल 527 रोगी थे और वहीं 01 मार्च को 80,026 हो गए और फिर 20 मई तक कुल 82,965 रोगी मिले। उसी प्रकार बिना दवाई के 01 मार्च तक 4,632 रोगियों की मृत्यु इस रोग से हुई और इसके बाद 20 मई तक कुल दो और रोगी मृत्यु को प्राप्त हुए, अर्थात आज 20 मई तक 4,634 रोगियों की मृत्यु इस रोग से चीन में हुई ।

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