
प्रिय विद्यार्थियों और अभिभावकों तथा अध्यापकों
मैं आज आपके बीच में एक विशेष पर चर्चा करने आया हूं, और उस चर्चा का मुख्य बिंदु है कि अब हमारे पास बोर्ड की परीक्षाओं में, प्रतियोगी परीक्षाओं में लगभग 2 माह का समय रह गया । बीता वर्ष कोविड-19 के कारण बहुत सी नई चीजें हमें सिखा गया इसी में एक था ऑनलाइन पढ़ना ऑनलाइन परीक्षाएं होना । यह बात भी सच है कि हम बहुत से विद्यार्थी, अभिभावक और अध्यापक भी इसके लिए पूर्णतया तैयार नहीं थे ।
यह अचानक एक झटके की तरह हमारे पास आया लगभग कुछ समय तो हमें संभलने में ही लग गए । और इस पूरी प्रक्रिया को सही होते होते 4 महीने से 5 महीने का समय हमसे निकल गया । और इसी कारण से शिक्षा में अधिक दबाव रहा और तनाव रहा ।
परंतु जैसे कहा जाता है, जो बीत गई सो बात गई, अब हमें आगे की तैयारी करनी है अब लगभग 2 माह का समय रह गया है जिसमें हमें अपनी शिक्षा को अंतिम पड़ाव देना है । उसके लिए अभिभावक और अध्यापकों से मेरी विनती है कि पुरानी बातों पर बात करना छोड़िए । एक बच्चे ने यह नहीं किया, अब बच्चे ने वह नहीं किया इस इतिहास पर बात करके कोई लाभ नहीं है, अतः हमें अब आगे चलने की बात करनी है । और पूर्ण रूप से सकारात्मक रूप से ही हमें आगे चलना है।
हमें अपने विद्यार्थियों को यह समझाना है और स्वयं भी समझना है अब उनके शिक्षा के प्रति या अंको के प्रति वास्तविक लक्ष्य रखे जाएं, कोई भी हवाई किले ना बनाए जाएं । क्योंकि पूरे विश्व में शिक्षा का स्तर ऐसे बदला इसलिए सब पर प्रभाव पड़ा । इस बात को आप अच्छी तरह समझ लीजिए की परीक्षा में अंकों की प्राप्ति में 20% से अधिक योगदान, आपकी मानसिक सोच का और आपकी योजना का पड़ता है, अधिकांश विद्यार्थी इस बात पर सबसे अधिक पीछे रहते हैं ।
हमें यह देखना है हमारे बच्चे कम से कम योजना में और मानसिक बल में कहीं भी कमी ना रख पाए । इसके साथ ही विद्यार्थियों को अपनी पूरी तैयारी, अंतिम तैयारी के लिए 20% समय को बचाकर तैयार करना है । इसको उदाहरण से समझाता हूं पिछले 30 वर्षों से अधिक के शिक्षण काल में मैं अपने विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा के लिए जब तैयारी करवाता हूं तो 3 घंटे के स्थान पर मात्र ढाई घंटे दिया करता हूं ।
इसका प्रभाव यह हुआ आज तक भी किसी विद्यार्थी ने आकर यह नहीं कहा पेपर बहुत लंबा था यह करना मुश्किल नहीं है लेकिन धीरे-धीरे इसकी तैयारी करनी है पहले ही दिन यदि 3 घंटे की जगह 2:30 घंटे कर देंगे तो बच्चा तैयार नहीं हो पाएगा मानसिक रूप से भी, इसलिए इस पूरे काम को धीरे-धीरे करना है ।
विद्यार्थियों यह भी समझो अभी कुछ नहीं बिगड़ा है, अभी आपके पास पर्याप्त समय है क्या अपनी तैयारी को बेहतर करके बोर्ड परीक्षा में 90% से अधिक अंक प्राप्त कर सकें । निश्चिंत हो जाइए कि पूरा विश्व इस दौड़ मे है और आप भी अपवाद नहीं है । आप इसे कर सकते हैं, कैसे करना है और किन बातों का ध्यान रखना है मैं आपको यह समझाने का प्रयास करूंगा ।
आपको ध्यान कहां कहां रखना है, इस पर और विचार कर लीजिए । सबसे पहले तो आपको अपने पूरे पाठ्यक्रम को हिस्सों में बांटना है, जिससे आप जो आपके लिए कठिन पाठ्यक्रम है के लिए कुछ समय रख सकें और जो आपको सरल लगता है उसके लिए कुछ कम समय रख सकें । इसके साथ ही आपको यह तय करना है कि कितना समय विषय को आपने देना है । विषय को समय देना अथवा किसी विशेष पाठ को समय देना इस पर निर्भर करेगा उस अध्याय से कितने प्रश्न आपके आएंगे । अब इस बात का कोई अर्थ नहीं है किस विषय को कितना गहरा समझ पाते हैं, अब तो बात का ध्यान रखिए किस विषय के कितने प्रश्न आते हैं । और इसी मेहनत से आप सुबह शाम ठीक प्रकार से योजनाबद्ध तरीके से तैयार करके अधिक प्राप्त कर पाएंगे । मैं इसके विषय में दो-तीन वीडियो आपको भेज रहा हूं पहला वीडियो है इसके अगले वीडियो और लिखनी आपसे संपर्क करूंगा यह बताने के लिए कि हम अपने समय और कैसे विभाजित करें
धन्यवाद