चीन के समान के बहिष्कार की तरफ एक कदम, यह भी ज़रूरी

अभी हम करोना  के बारे में ही बात कर रही थी,  तभी अचानक से चीन और भारत के सैनिकों की झड़प हो गई.  जिसमें भारत के शहीद शहीद हो गए.  पूरे देश से आवाज आने लग गई चीन के सामान को उपयोग न किया जाये।      बहुत अच्छी बात है इसमें लोगों का यह विचार कि वह सैनिको के साथ खड़े हैं और पक्का हो रहा है , आप याद भी होगा दिवाली के पहले भी संदेशे आते हैं, कि चीनी लड़ियाँ का उपयोग किया जाए । क्योंकि  पैसा दूसरे देशों में जाता है.  परंतु कितने अवसर हुए ऐसी मुहिम कितनी सफल हुई यह आप समझ सकते है

इसके बारे में कुछ बातें करने के लिए आए सबसे पहले तो आप यह समझे यहां पर पूंजी लेकर क्यों आते हैं और इसके साथ मैं आपको यह भी बताऊँ कि चीन का पैसा कौन सी जगह पर लगा है Big Basket, Byju’s, Delhivery, Dream 11, Flipkart, Hike, MakeMyTrip, Ola, Oyo, Paytm, Paytm Mall, PolicyBazzar, Quikr, Rivigo, Snapdeal, Swiggy, Uddan, Zomato

। इतने में आपको क्या लगता है कि इसमें किस चीज की  मे  विशेष तकनीक लगी है देश के किसानों का सामान बिग बास्केट बेचता है,  देश के अध्यापकों से बाइजू पढ़ाई करवाता है फिलिपकार्ड देश के उद्योग का सम्मान बेचता है । ओयों होटल के कमरे किराए पर दिलवाता है । इन सभी उद्दायोगों को देख कर आप समझ सकते है कि उनके पास यहाँ मात्र धन लगाते हैं ।

क्या इस देश में पूंजी की कमी है ? क्या इस देश में ऐसी कौन सी कमी है ? हमारे यहां पर, जिसके लिए ध्यान होगा भारत में ही पूरी दुनिया इस करोना काल मे दवाइया दी है । उसके अतिरिक्त भारतीय आयुर्विज्ञान ने करोना का भी अपने आप से हल  भी देख लिया ।  अब मूल प्रश्न है कि क्या  है ?

इसके लिए आप समझें कि चीन जैसे बड़े-बड़े देशों  में पूंजी लगभग 3% ब्याज पर उपलब्ध होती है । जबकि भारत में 15 से 22% के दर पर मिलती है इसका अर्थ यह हुआ चीन से पैसा लेकर भारत में लगाएंगे 5 से 7% के उद्योग चला सकती हैं भारत में आपको लगभग 25 से 28%  के लाभ पर मिल सकता है । इसे आप निवेश पर प्रतिफल के नाम से भी जानते हैं ।

इसी कारण भारत का उत्पाद महंगा है । भारत माता की जय के लिए देश के कितना पैसा और कब तक लगाएंगे । चलिये सक्षम व्यसक्ति तो कुछ कर भी लेगा , परन्तु दरिद्र और असहाय अपनी कम क्रयशक्ति के कारण चीन का सस्ता सामान खरीद ही लेगा । आपकी जानकारी के लिए भारत में चीन ने चार लाख करोड़ रुपए का निवेश किया  भारत का केंद्रीय बजट जिससे पूरी सरकार चलती है, लगभग 22 लाख करोड़ का है ।

चीन का व्यापारी यहां पर पैसा, अपने देश से 3% पर लाकर यहाँ से  15% की दर से पैसा ले जाता है हर महीने 45000 करोड़ की कमाई उसकी कहीं नहीं गयी । अब प्रश्न यह है कि भारतीय बैंक इतना महंगा कर्ज़ क्यों देता है । उसका सीधा सा उत्तर है बैंक के पास स्वयं पूंजी का अभाव है । और इसका कारण है कि हमारा क्रय, विक्रय नकद से होता है । इसके लिए सरकार से मांग की जाए कि 50 रुपये से अधिक का नोट बंद कर दिया जाये । अब तो सरकार 23 करोड़ से अधिक बैंक खाते भी खुलवा चुकी है ।

आपकी जानकारी के लिए अमेरिका में सबसे बड़ा नोट $100 का है ,  यूरोप में 100 यूरो सबसे बड़ी नोट है ।  इंग्लंड तो एक कदम और आगे है वहाँ पर 50 पाउंड से बड़ा नोट नहीं है ।  हमारे देश में तेंदुलकर समिति, और ऐसी  कई  समितियों ने बार बार कहा है कि इस देश के 80% से अधिक आबादी मात्र 30 से 32, 35 प्रतिदिन कमाते हैं तो 50 रुपये का नोट किसके लिए । जितना अधिक पैसा नकद मे जाएगा उतना धन बैंक से पास कम रहेगा और उद्दयोग पूंजी के लिए छटपटाएगा ।

तभी चीन जैसे खिलाड़ी  आते है ।

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