क्या आप जानते हैं पहले गृहणियों को चश्मे की आवश्यकता बहुत कम पड़ती थी ! आज भी पुरुषों से कम पड़ती है

क्या कभी आपने यह जानने की कोशिश की है, पुराने समय में हमारी गृहणी जो रसोई में काम करती थी, उन्हे  आंखों के चश्मे की आवश्यकता नहीं होती थी  । तुलनात्मक रूप से आज भी पुरुषों की तुलना में महिलाओं को चश्मे की आवश्यकता बहुत कम है । आइए समझिए ऐसा क्या हुआ पहले के समय में और आज के समय में , एक बात तो हम पूर्ण रूप से जानते हैं कि समय के साथ कंप्यूटर स्मार्टफोन के कारण, हम लोगों का अधिक समय व्यतीत होता है  किसी स्क्रीन के ऊपर । अब यह हमारे काम के कारण भी है और सच पूछिए तो हमारी फोन की लत के कारण भी । सामान्यत 1 मिनट में आपकी आंख 18 से 20 बार पालक झपकती है यदि आप स्क्रीन पर नहीं, जब आप स्क्रीन पर होते हैं तो कई कई मिनट तक आपकी आंखें पलक नहीं झुकती । जब पलक नहीं झुकती तो आपकी आंखों में तरलता नहीं होती। इसके कारण आंखों में शुष्कता होती है, समय के साथ-साथ जब यह समय बढ़ता चला गया लोगों को अपनी आंखों में कृत्रिम आंसू डालने पड़ते है ।

आप किसी चक्षु विशेषज्ञ से पूछिए, यह रिफ्रेश टियर्स Refresh Tears इत्यादि कब से बाजार में आए हैं? आपको पता लगेगा यह पिछले 15-20 वर्षों की ही देन है । पुराने समय में ग्रहणी के कार्य को समझाइए और आज के समय में ग्रहण के कार्य को समझिए । जो पुराने लोग इस बात को याद करेंगे हमारे लिए, यह हमारी ग्रहणी के लिए प्याज  काटना एक कठिन काम था । क्योंकि प्याज काटते हुए आपकी आंखों में आंसू बहुत आते थे । वह एक प्राकृतिक प्याज था ।

80 के दशक में आते-आते आपको हरित क्रांति के नाम पर, हाइब्रिड ब्याज दिया जाने लगा जिसमें कि आज आँसू बहुत कम आती है । आंसू आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है । आंसू आपको कब कब आते हैं, जब आप दुखी होते हैं या भावुक होते हैं । ध्यान दीजिएगा लड़कियां युवतियाँ महिलाएं अधिक भावुक होती हैं  । इसके कारण उनके पास रोते हुए आंसू बहाने के कई तरह से हैं । इसलिए अपनी आंखों को जाने अनजाने स्वास्थ्य प्रदान करते हैं

जबकि इसके विपरीत, लड़कों और पुरुषों को यह समझाया जाता है कि रोना कमजोरी की निशानी है आपने रोना नहीं है। एक तो प्याज से गृहणियों  को आंसू मिल जाते थे, दूसरे उनकी भावुकता के कारण उनकी आंखों से आंसू टपक पड़ते थे । पुरुषों में यह दोनों ही कमियां आज झेल रहे हैं और आखों को अप्राकृतिक आंसुओं से भिगोते है  ।

स्थिति और भयावह हो गई पिछले 2 वर्षों में जब आपका अधिक समय स्मार्टफोन और लैपटॉप पर लगने लगा,

इसके कारण आपकी आंखें शुष्क होने लगी । इसलिए, खूब रोए आंसू निकालिए समय-समय पर । और प्याज  भी काटते रहें जिससे आपकी आंखें नम रहे । यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है ।

अब तीसरी आँख का लाभ भी जान लीजिए ! एक तो आपको हाइब्रिड प्याज खिला दिया जिससे किसान हर वर्ष नया बीज खरीदता रहेगा और दूसरे लगभग 21000 करोड़ रुपये का आज की तिथि नया व्यापार बना लिया । जो अगले दो वर्षों में 35000 करोड़ हो जाने की संभावना है ।

इससे भी बड़ी बात यह है कि आपकी सोच पर अपना नियंत्रण परोस रहे हैं

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *